देख कर आईना भी वजूद़ ढूंढता हूं, मैं ना जाने कौन सा कसूर ढूंढता हूं, शायद गिर गया हूं ख़ुद की ही नज़रों से, इसलिए मैं खुद में ख़ुद को ही ढूंढता हूं। देख कर आईना भी वजूद़ ढूंढता हूं, मैं ना जाने कौन सा कसूर ढूंढता हूं, शायद गिर गया हूं ख़ुद की ही नज़रों से, इसलिए मैं खुद में ख़ुद को ही ढूंढता हूं। #alex #alexakash #alexcollection