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जिस तरह एक वृक्ष लोगों की गलियां सुनने, कोसे जाने

जिस तरह एक वृक्ष
 लोगों की गलियां सुनने, कोसे जाने से 
सूख कर ढूंढ हो जाता है
अपनी पत्तियां, टहनियां फल, फूल, खो देता है
 तना और जड़ें भी मर जाती हैं
अपने अंदर के
 पानी, खनिज, लवणों, रसायनों,पदार्थों,तत्वों 
आदि से खाली हो जाता है
वैसे ही जब हमारे जीवन में 
लोगों द्वारा हमें जब नकारा जाता है
ताने सुनाए जाते हैं
यातनाएं दी जाती हैं
 हर पल हर क्षण कोसा जाता है
बिना किसी वजह बिना किसी गलती के
सजा दी जाती है
जब हमें हमारे व्यक्तित्व के विरुद्ध समझा जाता है
नरकीय स्थिति जैसे पेश आया जाता है
तब 
मन में पल रहे द्वंद,कुंठाएं, 
सपने, निराशाएं, आशाएं, जिज्ञासाएं,
भावनाएं आदि सभी भी 
मन मस्तिष्क से खाली हो जाती हैं
ओर शरीर केवल 
एक सूखे ढूंढ की तरह बन जाता है

©Rakesh frnds4ever
  #Sukha 
जिस तरह एक #वृक्ष 
 लोगों की गलियां सुनने, #कोसे  जाने से 
#सूख  कर #ढूंढ  हो जाता है
अपनी @पत्तियां, @टहनियां @फल, @फूल, खो देता है
 @तना और @जड़ें भी मर जाती हैं
अपने @अंदर के
 @पानी, @खनिज, @लवणों, @रसायनों,@पदार्थों,@तत्वों

#Sukha जिस तरह एक #वृक्ष लोगों की गलियां सुनने, #कोसे जाने से #सूख कर #ढूंढ हो जाता है अपनी @पत्तियां, @टहनियां @फल, @फूल, खो देता है @तना और @जड़ें भी मर जाती हैं अपने @अंदर के @पानी, @खनिज, @लवणों, @रसायनों,@पदार्थों,@तत्वों #जीवन #ज़िन्दगी #ताने #कोसा #यातनाएं #rakeshfrnds4ever

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