टूट जता हू अंदर से कभी कभी में भी, जब पाता हू खुद को लाचार। देख नहीं पाता पिता की तकलीफों को, अस्पताल में उनका बुरा हाल। इतना तो मै भी जानता हूं ए खुदा, कभी उन्होंने ना किसीका बुरा सोचा ना किया, हर वक़्त तेरे पीछे अपना वक़्त बिताते थे, सुबह उठकर सबसे पहले तेरा दीपक जलाते थे, फिर क्यों तूने उनका किया है इतना बुरा हाल। सहम जाता हूं में भी पर दिखा नहीं सकता, चेहरे पर अपने जज़्बात। हिम्मत तो है मुझमें आज भी और जानता हूं, सब ठीक हो जाएगा एक दिन ना रहेंगे ये हालात। बस एक गुज़ारिश है तुझसे, उनकी तकलीफ हो सके तो मुझे दे दे, कर दे उनको इस बीमारी से आजाद। और ये ना कर सके तो खुद आकर, एक बार तू ही कर ले पिता से मुलाकात। ©SmB 🙏 #god #message #parents #father #dad #hindi #hindiwriters #pray #please #request #nojoto #nojotohindi