सूरज की चमकीली आँखें चमके गोलम गोल स्याह रात की बात रह गई दो पैसे के मोल रंग भोर के बाँछ रही है ठंड़ी सी पुरवाई घुली घुली सी है मौसम में मीठी सी शहनाई पेड़ गा रहें, पंछी संग संग झूमें डोलम डोल सूरज की चमकीली आँखें चमके गोलम गोल #NojotoQuote भोर #dawn #hindinama #kavishala #shonaspeaks