आफ़ताब की महताब पर फ़तह न होने दूंगा, जो तू रात भी बनकर आए, सुबह न होने दूंगा। दिल से चाहा है तुम्हें, दिखावा नहीं किया मैंने, कुछ भी कर, तुझे नफ़रत की वजह न होने दूंगा। मुझे पसंद है सदा से, ऊँची परवाज़ परिंदों की, तुम्हें रोकूंगा नहीं, परस्पर कलह न होने दूंगा।। कुछ बातें #vks #yqbaba #yqhindi #yqdidi #yqmuzaffarpur #yqgudiya #yqvks