हाँ हाँ सब सब उलझा ही हुआ है मुझ मैं तू,तुझ में मैं, ख़ुशियों में ग़म ग़मों में खुशियां दिल में तू ,लकीरों में नहीं पास है पर पास नहीं आस है साँस नहीं इश्क़ है पर इज़हार नहीं मंजिल है हमसफ़र नहीं जो ख़ास है वो पास नहीं जो पास है वो ख़ास नहीं दिल बैचैन है,मन व्याकुल सब है पास पर फिर भी अधूरापन कैसी है ये उलझन समझे न मन ।। #नोजोटोहिंदी#व्याकुल#मन#अधूरापन#साँस#आस#इश्क़#गीत #मनमीत#उलझन #कभी लाइफ में सब उलझा हुआ और अधूरा सा लगता है,किस सिरे से समेटों इन बिख़र गये क़िस्सों को ये अक़्सर दिमाग समझ नहीं पाता और बस उधेड़बुन में कई ताने बाने बुनता रहता है बस इक छोटे से सिरे की तलाश में ।।