कसूर मेरा था गुमान मुझे तेरा था,,, पिंजरे में कैद पंछी के तूँ ही बसेरा था,,, निशा अंधेरी थी जुगनुओं का सवेरा था,, मैं मर के ज़िंदा हूँ उसमे जो कल तक मेरा था।। राहुल छतरपुरिया #believe_in ??? 💔💔💔💔