आज भाजपा अपना 42 वें स्थापना दिवस मना रही है जनसंघ से लेकर भाजपा तक की यात्रा है पार्टी ने अनेक उतार-चढ़ाव देखे राष्ट्रवाद सकारात्मक पंथनिरपेक्षता नैतिक मूल्यों की राजनीति की स्थापना के लिए हमारे विचारों को अग्नि गणित कार्यकर्ताओं में कई स्तर पर संघर्ष किया भाजपा का शून्य से शिखर तक का विचारी संघर्ष आमजन के बीच गहरी आस्था का विश्वास के साथ स्थापित हुआ है पंडित दीनदयाल उपाध्याय का एक मानव अधिकार और अत्यधिक विचार हमारे राजनीतिक सोच का मूल है डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी सांस्कृतिक और सक्षम भारत का विचार इसे देता है भाजपा का मूल उद्देश्य अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के सशक्तिकरण के साथ भारत को विश्व गुरु के पद पर प्रतिष्ठित करना है सरकार की तुष्टीकरण और पश्चिमी का अनुसरण करने की राजनीति की दृष्टि से के साथ शंकर जी ने उनके नेतृत्व संघ के लिए उस समय यह सोचना असंभव था कि नेहरू और कांग्रेसी वैचारिक संगठन के स्तर पर भी चुनौती दे सकता है हालांकि पीड़ित नेहरू हो गया था कि इतनी मजबूत है और वह अखंड भारत की आत्मा का प्रतिनिधित्व करती ©Ek villain #जन आकांक्षाओं पर खरी उतरी भाजपा #Love