White कभी चल कर रुके होंगे, कभी रुक कर चले होंगे अदा-ए-ख़ुश-ख़िरामी में वो जाने कब ढले होंगे सियाही बे-सबब आँखों के साहिल पर नहीं आती यक़ीनन चश्मे-आतिश में कई आशिक़ जले होंगे ©Mohammed Sameer Surya raaj #Sad_Status हिंदी शायरी दोस्त शायरी गम भरी शायरी