तुम्हें क्या पता?तुम्हारे बिना आखिर हम कैसे?जिया करते थे.. बचपन से हि तुम्हारे घर का खोज,फिसलते बीज से किया करते थे.. ©Laddu ki lekhani Er.S.P Yadav kaddu ka bij