मैं धरती, तू मुझ पे बरसता आसमां है, मैं गुल तेरा, तू मेरा सारा जहां है, अब दूरिया बहुत हुई लौट आ, ढूंढता फिरे दिल की ,तू कहाँ है । तू मेरी जान हैं।