उस आग में जलकर भी जीता रहा पता था राख हो जाएगा एक दिन फिर भी क्यों पीता रहा? वक़्त था तेरे पास मन बदलने का मगर सीना फाड़कर तू धुएं से सीता रहा काला धुआँ #कालाधुआँ #yqbaba #yqdidi #notobaccoday