हर काम को अपना अन्जाम मिलता है। हर मेहनत को अपना मुकाम मिलता है।। तालाब ना मिले तो ना ही सही, फिर भी कमल कीचड़ में ही खिलता है।। शेखर प्रसून ©shekhar prasoon कमल कीचड़ में खिलता है... #WritersSpecial