जरूरत से ज्यादा सीधा होना भी अपराध है, हर कोई है जान के पीछे,दौड़ता अंधा होकर इंसान है, घर पर कब्जा,जमी पर कब्जा,कब्जा सरे बाजार है, नजरों में होकर नंगा,गिरा हुआ इंसान है, ईर्ष्या,द्वेष,घर घर में पलता,पलता आज बेईमान है, जाना क्या है लेकर यहां से,भूलता इंसान है, रह जाना है सब यहीं पर,घमंड में इंसान है, मिट्टी मिट्टी हो जायेगा,आखिरी घर शमशान है, #cinemagraph नजरों में होकर नंगा,गिरा हुआ इंसान है, ईर्ष्या,द्वेष,घर घर में पलता,पलता आज बेईमान है, जाना क्या है लेकर यहां से,भूलता इंसान है,