"पिता" हर-दम हमारा हौसला बढ़ाते हैं, अनजान रास्तों पर चलना सिखातें है। अरमानों को अपने कर, दर किनार, हमारे जीवन को आसान बनाते हैं। हमारी खुशियों में ही जीवन बिताते हैं, पिता ही तो हमें मंजिल तक पहुंचाते हैं। खुद कठिनाईयों में जीवन बिताते हैं, पर हम पर सारा जहान लुटाते हैं। संभव नहीं कर्ज चुका पाना उनका, उनकी सेवा ही जीवन का हो मंत्र हमारा। ✍ मेरे विचार... #पिता के लिए