बैठती नहीं तितली, फूल रोज बनाता है चासनी, कम्बख़्त धागा उसके पैर का, उसे बनाता हैं नाज़नीं। कवि की कैसी-कैसी कल्पना? 😁 #dearsdare #तितली #फूल #चासनी #कम्बख्त #धागा #पैर #नाजनी