खता की माफ़ी चाहिए तु पहले जैसी चाहिए, जो थी तेरे चेहरे पर वो मुस्कान वैसी चाहिये, वो आँखो मे तेरी कोई राज छिपा गहरा है , आखिर क्यू बिन प्यार उसमे पानी बह रहा है सिखाया है तुने सब कुछ अब दूर ना जा तु, भूला के गीले सिक्वे बस एक बार आ जा तु, टूट बिखर गया तेरे बिन हसना भी भुल गया, कर्ज है इश्क़ का अभी सिर्फ उसका मूल गया, सहना बाकी है अभी बहुत कुछ इस जुदाई मे, नीन्द कहाँ आती है रात मे मुझे इस तन्हाई मे, दिल का रिस्ता कभी भी यूँ टूटा नही करता है , हाथ थामा जो तेरा ऐसे वो छुटा नही करता है , खवाब है मेरा बस तुझ से फिर से मिलने का, साथ बैठ तेरे बस एक बार फिर से खिलने का, The Ranga #Ranga,#The_Ranga