वो दुनिया में है लेकिन दुनिया से अलग है परी आसमां की पर जमीं उसका फ़लक है 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 जब से हुए महविश के दीदार चाँद-रात हमें तब से हर रात छत पे चाँदनी की तलब है 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 बेअसर रहा दरिया-ए-आब-ए-तल्ख़ भी दीद हुए जाते हैं बेकल तिश्नगी-ए-लब है 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 परबत,झील,समंदर सब उसकी आँखोँ में कैसे बच पाता उसकी जादूगीरी अजब है 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 💥 घनी अंधेरी रात में हो रहा ये कैसा उजास गोया सर से हुस्न का दुपट्टा गया सरक है "विजय त्यागी" ओढ़ लूं तुझको या फ़िर लूं पहन मैं कितनी गहरी उतर गई तू मिरे जहन में.… #yqdidi #yqbaba #yqquotes #maasharatti #माशारत्ती