“धीरे-धीरे बातें करो जाना, बस मुझे अपना कहो जाना आख़िरी सांस तक ठहर जाओ, फिर तुम काम पर चली जाना सब निकल गए हैं अपने रास्ते, हम भी अब निकलते है जाना एक शहर है जहां इश्क़ बस्ता है, कुछ भी हो तुम उधर मत जाना मैं सुनाऊंगा कोई कहानी झूठी, तुम बेफ़िक्र हो कर सो जाना कोई शिक़ायत बची ही नहीं, अब कहाँ होगा आना-जाना” #DHAAGE #MERASHEHAR #IITROORKE #BVEST19 #Mypoetry #shamesukhan #nojotoapp #nojoto #saket #delhi #ghazal #poetry #RDV19 #urdughazal #urdupoetry #urdunazm