White वृध्राश्रम के बुजुर्गो को बांटे ,उसने कम्बल किसी अनजाने से ही सही ,बड़ा उनका संबल सूनी आँखे मुस्कराईं ,वह बोला " यही है मेरी फुलझड़ियां " अनाथालय पहुँचते ही ,मचा बच्चों का शोर अनजाने बच्चे ,घिर गए उसके चारो ओर सबको उसने कपड़े बांटे बोला" यही तो है मेरे पटाखे " ©Kamlesh Kandpal #diwali_wishes