वो कौन से ऐसे पयम्बर थे मिरे ख़ुदा उनके गुनाहों की कोई सज़ा नहीं हम कौन से ऐसे काफ़िर है मिरे ख़ुदा मिरे गुनाहों की माफ़ी नहीं सच्चा इश्क़ भी तो तेरी ही इबादत है ना तिलस्मानि ने सर झुकाया क्या इतना काफी नहीं ©कमल यशवंत सिन्हा #Tilasmani #Kys #hindi_poetry #lovepoetry