*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“26/6/2021”*🖋️ ✨ *“शनिवार”*🌟 “वायु”... “पंच तत्वों” में से “तीसरा तत्व”, यहीं “वायु” है जो “एकत्रित” करती है “सभी मेघों” को एक स्थान पर और “वर्षा” करवाती है,इसी “वर्षा” के कारण इसी “धरा” पर “अन्न” उगता है, इस “वायु को महसूस” किजिए इतनी “सौम्य” होती है कि आपको “अंतर” भी नहीं पड़ता और कभी-कभी तो ऐसा “रूप” धारण करती है कि बड़े से बड़े “पर्वत का आकार” ही “बदल” कर रख देती है,यहीं “वायु की विशेषता” है वायु कहती है कि “समय” के साथ-साथ “बहते” जाओ,सबको “जीवन” देते जाओ,सबकी “सहायता” करते जाओ किंतु जब “संकट” सामने आए तो डटकर उसका “सामना” करो, “विघ्न” के अनुसार “स्वयं को ढाल” लो, और कब कितना “सौम्य” बनाना है और कब कितना “कठोर” बनना है ये आप “वायु” से “सीख” लिजिए... *“अतुल शर्मा”🖋️📝* ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“26/6/2021”*🖋️ ✨ *“शनिवार”*🌟 #“वायु” #“तीसरा तत्व”