जख्म को नासुर बना के छोडा, तब तलक उसे कुरेदते रहें, वो जा चुका था कब का, फिर भी उसे "देर तक देखते रहें"! ख्यालात उस काफिर के, जाने क्यों हर रोज़ मुझे घेरते रहें, देकर दगा इश्क़ में, वो नज़रें हमसे हर मर्तबा फेरते रहें!! हम तस्वीर उस संगदिल की, आईने पर अपने उकेरते रहें, वो जिंदगी में मेरी, काले स्याह रंग खामखां बिखेरते रहें!! #देखतेरहे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #yqcollabchallenge #yqdidi #yqquotes