"रफ़ा दफ़ा सा केस मेरे इश्क का " कई राज़ दफ़न है इस सीने में, यूँही नहीं मैं एक राज़दार हूँ, ख़ुद ही ख़ुद मैं एक दरबार हूँ, दिल ये मेरा महामंत्री है, और जज़्बात मेरे दरबारी है, फैसला इश्क के गुनाह का सुनायें भी तो, किसको, मैं ख़ुद ही तो अपना गुन्हेगार हूँ। -शब्द प्रीत #रफ़ा #दफ़ा सा #केस मेरे #इश्क का Ajay maurya(#आश्वस्त🇮🇳)