वृंदावन का कृष्ण कन्हैया सबकी आंखो का तारा मन ही मन क्यूं जले राधिका मोहन तो है सबका प्यारा😍😍 मोहे पनघट पे नन्दलाल छेड़ गयो रे मोहे पनघट पे आ आ मोरी नाजुक कलईया मरोड़ गयो रे मोहे पनघट पे. . हो मोहे पनघट पे... नन्दलाल छेड़ गयो रे मोहे पनघट पे कंकरी मोहे मारी, गगरिया फोर डारी