ये दर्द मेरा भलेही एक,अल्फाज़ हो दिल में हैं जख्म़ तेरे,तू भलेहि खुशहाल हो पर सितम अब तेरे केहर हैं,मुझपे बस एक इंतजा में तेरी,खुद को मिटा बैटा बैठा हूॅं!! ©Abhishek Abhinav बस एक इंतजा में तेरी,खुद को मिटा बैटा बैठा हूॅं!... #AkelaMann #lovepoetry #poems #poetry #Abhishek_abhinav