"मोहब्बत" ऐसी हुई उनसे कि उनकी तारीफ़ में "अल्फ़ाज" कम पड़ गए, और वो खफ़ा इस क़दर हुए "हमसे" कि उनको मनाते मनाते "सैलाब" कम पड़ गए।