शौर्यं से भरी गाथा हैं हमारी। तलवारों ने लिखा हैं इतिहास। खून से सीचा हैं धरा को हमनें। तब जाके बना यह राजपूती परिवार।। ।।जय भावानी जय राजपूताना।। ©pratibha Singh thakur राजपूती शान