Nojoto: Largest Storytelling Platform

आदर्श व उसूलों की बात कभी-कभी बेमानी लगती है,जब ज़ि

आदर्श व उसूलों की बात
कभी-कभी बेमानी लगती
है,जब ज़िंदगी को यथार्थ व
व्यवहारिक रूप से अंतर्मन
की आंखों से देखता हूँ। आदर्श##
आदर्श व उसूलों की बात
कभी-कभी बेमानी लगती
है,जब ज़िंदगी को यथार्थ व
व्यवहारिक रूप से अंतर्मन
की आंखों से देखता हूँ। आदर्श##