घर लौट आना शाम हो जो कभी ,तो घर लौट आना। ओ रे पंछी है सूना ये तेरा ठिकाना। है सारे रौनक,सारी सुविधाएं। पर ये बूढ़ी चौखट ढूंढे तेरी ही राहें। आ कर कभी इसके गले लग जाना। अब होता नहीं यहां हंसना हंसाना। वो बच्चों के खेल कूद,और वो बातें बनाना। बंद सा हो गया है नन्ही चिड़ियों का चहचहाना। इन दीवारों को फिर से घर आंगन बनाना। इस वीराने में फिर वो रौनक तुम लाना। शाम हो जो कभी,तो घर लौट आना। ओ रे पंछी है सूना ये तेरा ठिकाना ।। #napowrimo #return #गलियाँ #yqdidi #yqbaba After all hustle and bustle we must return to something meaningful to us,to a place called "Home".