सफर मुश्किल था मेरा, पर मैं चलती रही, राह शोलों भरी थी, मैं जलती रही, न लौटी में कभी थक-हार कर, एक चिंगारी के सहारे ही में लड़ती रही। #rahon me manjil aise hi nii milti. #Uske liye mahnat krni hi pdti h...