इच्छाऐं मिष्ठान के समान होती हैं। सिमित मात्रा में ही इनका सेवन हितकर है, अधिक मात्रा में ये विष का रूप धारण कर लेती हैं। कहा जाता है इच्छाएँ दुख का कारण हैं, लेकिन यही इच्छाएँ जीवन को विविधता से भरती हैं। अपने विचारों को उड़ान दीजिये। Collab कीजिये YQ Didi के साथ। #इच्छाएँ #collabyqdidi #yqbaba #NaPoWriMo #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi