बुझा चेहरा, बिखरे बाल, तुझको अफसर बनाने में, मां का देख हो गया क्या हाल, प्रेम के चक्कर में पड़ो मत बच्चों, मां मिलती है सिर्फ एक ही बार... सूखे चेहरे, उड़ते बाल देखके किसी ने कहां कि दवा करा लो मियाँ हम दिल के मरीज़ है किसी अस्पताल में इसका दवा नहीं मिलता मियाँ #yqdidi #yq365day365quotes #जितेन्द्र #YourQuoteAndMine Collaborating with जितेंद्र नाथ श्रीवास्तव