क्षणिक ही था वह 'अपनापन' जो जताया था तुमने उस दिन रिमझिम फुहार-सा बरसा सूखे मन पर मेरे और शांत हो गया बेमौसम बारिश-सा...! 🌹 क्षणिक ही था वह 'अपनापन' जो जताया था तुमने उस दिन रिमझिम फुहार-सा बरसा सूखे मन पर मेरे और शांत हो गया बेमौसम बारिश-सा...!