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क्षणिक ही था वह 'अपनापन' जो जताया था तुमने उस दिन

क्षणिक ही था
वह 'अपनापन'
जो जताया था तुमने
उस दिन
रिमझिम फुहार-सा बरसा
सूखे मन पर मेरे
और शांत हो गया
बेमौसम बारिश-सा...!
🌹
 क्षणिक ही था
वह 'अपनापन'
जो जताया था तुमने
उस दिन
रिमझिम फुहार-सा बरसा
सूखे मन पर मेरे
और शांत हो गया
बेमौसम बारिश-सा...!
क्षणिक ही था
वह 'अपनापन'
जो जताया था तुमने
उस दिन
रिमझिम फुहार-सा बरसा
सूखे मन पर मेरे
और शांत हो गया
बेमौसम बारिश-सा...!
🌹
 क्षणिक ही था
वह 'अपनापन'
जो जताया था तुमने
उस दिन
रिमझिम फुहार-सा बरसा
सूखे मन पर मेरे
और शांत हो गया
बेमौसम बारिश-सा...!