जीन्दगी के दो कदम चलकर युँ निराश नही होते गैरों कि महफिलो मे जाकर कभी खास नही होते ओर क्यों कबर को सजा रहे हो जनाब कबर को सजाने से कभी मुर्दा जिन्दा नही होते ©Kavi Ashok samrat #5k #Love