ज़ख्म ताज़ा हूँ मैं अभी, गहराई देखोगे..?? मेरे वजूद की तुम कभी, परछाई देखोगे..?? ठहरे क्यों हों यहाँ, रुख्सत लो भी ज़रा, या कि होतें हुए इश्क़ की रुस्वाई देखोगे..?? #अनकहेअल्फ़ाज़ #परछाईं #गहराई #रुस्वाई #yqdidi #yqhindi #yqhindishayari #yqmidnighthoughts