बीती रात का अंधेरा और आने वाली सुबह की रौशनी एक साथ नहीं रह सकती है, ठिक उसी तरह ..... जैसे बीना पिछले घाट को छोड़ें नदियों कि धारा आगे नहीं बह सकती है. ©Vaibhav Nath Mishra #India #river