लिपटे हुए थे हम परी की तरह माँ की कोख से बड़े ही चाव थे हमें उस माँ की गोद के ख़्वाब देखे थे मैंने कि वो सुनाएगी लोरी मुझे संग अपने यूँ प्यार से सुलाएगी वो मुझे देखो वो ख़्वाब आज कैसी हकीकत बना सड़क का एक कूड़ेदान मेरा पालना बना गाड़ीयाँ आती जाती सुना रही थी लोरियाँ माँ के आँचल सी कुछ पड़ी थी मुझ पर बोरियाँ शाम ढलने को थी सर्द रात की चोखट पर कुदरत ने जैसे किसी फरिश्ते को भेज दिया सिगरेट के एक कश की आड़ में उसने कुछ कूड़ा जला दिया मेरी किलकारियाँ तो वो शायद सुन ही ना पाया इस बेरहम दुनिया से वो मुझे यूँ निज़ात दिला गया कोई शराबी जो था नशे में यूँ मुझे जिंदा ही जला गया रात की चौखट पर बैठे तुम किसका करते इंतज़ार? #रातकीचौखट #collab #yqdidi #yqsunilmadaan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi