मित्रो, जल, अग्नि, वायु, आकाश, अहंकार, महत्तत्त्व और प्रकृति- इन सात आवरणों से घिरे हुए इस ब्रह्माण्ड शरीर में जो विराट् पुरुष भगवान हैं, वही परमात्मा का स्वरूप है। ©Gautam Bisht #भगवान