अगली बारिश जरा सी देर हो गई थी, बड़ा रौब झाड़ रहे थे, साथ नहीं भिगो गे तो बात तक नहीं करेंगे, यही तो गला फाड़ फाड़ के चिल्ला रहे थे, इस बारिश जब तुम्हारे सामने बैठे है, तुम्हे बैठेने पर भी ऐतराज है।। बेवफा हो तुम । अरे तुम्हारी ऐसी छतरी छांव का क्या करू मै, जंहा पर मुझे तुम्हारे साथ भीगना है, I love you Krishna Yadav बेवफा हो तुम#