Poetry for IITDelhi
#RDV18#भारत#PART_1
आर्यावर्त्त की इस धरती पर, कुछ तो फूल चमन के थे,
शौर्य-शक्ति के, वीर-भक्ति के, कुछ तो गीत अमन के थे,
बारह सौ सालों में, ना जाने कहाँ-से-कहाँ आ गए हम,
भारत-पाकिस्तान के टूटे दो हिस्सों में आ गये हम....!!!
#OpenMIC#HindiPoem#Nojotovoice#NojotoIIITM