कितनी बेताबी देखती हूँ दुनिया की आँखों में हर कोई जानना चाहता है राज़ मेरी मुस्कान का तुम ही कहो, कैसे कह दूँ नाम तेरा सुनेंगे सब , फिर सोचेगे, फिर ...कहेंगे, कुछ समझाना चाहेंगे कुछ बातें बनायेंगे तो क्यों बताऊँ उन्हें मैं नाम तेरा और क्यों सुनूँ मैं उनकी बातें कर लुंगी मैं बस अपने मन की सही है तो मेरा है, गलत भी मेरा ही होगा क्योंकि कुछ तो लोग कहेंगे....सुमन लोग कहते हैं! लोग तो क्या कुछ नहीं कहते। जो वो कहते हैं क्या वो सही कहते हैं? Collab करें YQ DIDI के साथ। #लोगकहतेहैं