नज़रों ने नज़रों से, दिल से दिल ने, प्रेम-संदेशा, प्रेम-पाती पहुंचा ही दी। हाथों में हाथ थे, सीने में जजबात थे, ज़माना बेरहम, अहसास बेजुबान थे। फिर धर्म के ठेकेदारों ने, जाति की पहरेदारों ने, नफरत की आंधी में, नीम अँधेरों में कुछ किया। फिर प्रेमी जुदा हुए औऱ मर कर खुदा हुए...? #lovestory_untold #rampujari #ishq #devbhakti #author #shayari