Nojoto: Largest Storytelling Platform

कोई ऐसा जो मन को समझें और मौन भी, जो खुद को समझें

कोई ऐसा जो मन को समझें और मौन भी,
जो खुद को समझें और अपने बराबर मुझे भी,
जो एहसासों को समझें और जज़्बात भी,
जो कल को समझें और आज भी,
जो पाने को बेताब और खोने से डरे भी ,
हों समंदर सा गेहरा और नदी सा शांत भी!!

©B Jha
  #KoeAisa #Khwahis #expectation