तू कभी यू ही कही पर ले चल मुझको अकेले जहाँ तेरी मुस्कराहट के सिवा कुछ और ना हो ए जिंदगी... मेरी जिंदगी ए जिंदगी... मेरी जिंदगी मन की गली में फिर खिले वो फूल सारे मुरझाए हुवे फिर से लगे बहने नदी उन रास्तों पर जो थे सूखे हुवे आ जा फिर से टहल ले उन्ही रास्तों पर थोड़ा ए जिंदगी... मेरी जिंदगी ए जिंदगी... मेरी जिंदगी आकाश चारण "अर्श" #_जिंदगी #_मन_की_गली #_मेरी_जिंदगी