#sad_shayari वो न दिल मे रह सका,ज़हन से भी गया,वो तोड़कर घर अपने मकान से भी गया //१
जो मेरी जीत कर हारी हुई बाज़ी था,वो इस*दिले_सोज़ को समझे बगैर मेरे सबरे जहान से भी गया//२
*दिल के दर्द
उसने ताल्लुक ऐसे ही रखा,
कभी*तर्क़ तो कभी बनाए रखा,वो इस तरह मेरे वहमों गुमान से भी गया//३*तोड़ना
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