कलम उठी तो तेरी औकात लिख दु, इस जमाने की फिकर न हो,तो सरे आम लिख दु। तू क़ातिल थी ,तूने कत्ल कर डाला। अब बेवफाओ की दुनिया मे,मैं तुझे सरताज़ लिख दु, कलम उठी तो तेरी औकात लिख दु। -@बदनाम परिन्दे।।। #तेरी औकात लिख दु#