पोथी पढ़ी पढ़ी जग मुआ पंडित हुआ न कोई ढाई आखर प्रेम का पढ़े सो पंडित होय। #Worldteachersday किताबे सब पढ़ पढ़ते हैं एवं पढ़ाते हैं लेकिन सिर्फ लाया है ही नहीं शिष्टाचार का ज्ञान होना भी बहुत एक बड़ी उपलब्धि है।