लफ्ज़ो को स्याही का, सहारा हो रहा है और हमारा गुजारा हो रहा है! सागर को किरणो का, शरारा हो रहा है और हमारा गुजारा हो रहा है! सुई को धागे का, इशारा हो रहा है और हमारा गुजारा हो रहा है! आँखो को अरमानों का, नज़ारा हो रहा है और हमारा गुजारा हो रहा है! #गुजारा #tuesdayquotes #ananddadhich #loveyouself #poetanand #hindi #bestquotes #indianpoet #romantic