#PulwamaAttack शायरी ए हिंद। गर आप यही के है ईमान से, तो यहां हो जाए। बोते हो इस मिट्टीमे वहा का बीज,तो दफा हो जाए। घमंड ना करो तादात का के हमने अभी गिणती नही की, कही ऐसा ना हो के हम चिल्लाए और आप हवा हो जाए। ये मिट्टी हमारी है ये ये मिट्टी बोलती है, यदी हम बोलने पर उतरे, तो आप धुव्वा हो जाए। के अभी बांधा है सब्र हमने हमारी बंद मुट्ठीयों मे, सुधर जावो ए काफीरो कही हमारी मुट्ठीया न खुल जाए। कवीराज ९०२१०३४९१७. शायरी ए हिंद।